आयुक्त अंशुल गुप्ता की मेहरबानी से निगम में छाया ‘आकाश’ का साया
– आखिर कौन है आकाश गोयल, निगम आयुक्त की चुप्पी क्यों?
– नियम की बाते करने वाले निगम आयुक्त के राज में निगम में आकाश का साया कैसे
उज्जैन। नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता जो अक्सर अपने अधिनस्थों को नियमों का पाठ पढ़ाते रहते है, उनके राज में नगर निगम में एक ऐसे आकाश का साया छाया हुआ है, जो ना सिर्फ विभागीय फाईलों बल्कि लेखा विभाग तक में अपना हस्तक्षेप कर रहा है। इतना ही नही सरकारी वाहन का उपयोग और निगम के सभी महत्वपूर्ण वाट्सअप गु्रप में भी आकाश की इंट्री है। इस पूरे मामले में आयुक्त की चुप्पी के पीछे कुछ तो कारण है।
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नगर निगम से लेकर स्मार्ट सिटी कार्यालय के कर्मचारियों से लेकर अधिकारियों तक के बीच केवल एक ही प्रश्न है कि आखिर कौन है आकाश गोयल और उसकी मौजूदगी पर नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता की चुप्पी क्यों है। क्या वह विभागीय अधिकारी है या फिर रिश्तेदार, दोस्त जिसे सरकारी विभाग में ना सिर्फ बेखौफ होकर घूमने की बल्कि सरकारी वाहन के उपयोग से लेकर निगम के महत्वपूर्ण वाट्सअप ग्रुप तक में जोड़ा गया है। आकाश का साया स्मार्ट सिटी कार्यालय से लेकर निगम के गलियारों तक छाया हुआ है, क्योंकि आकाश महत्वपूर्ण विभागों में फाईलों तक को चेक कर रहे है।
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आखिर विभागों में हस्तक्षेप क्यों?
नगर निगम से लेकर स्मार्ट सिटी कार्यालय तक में आकाश गोयल का हस्तक्षेप इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। यहां तक की विभागीय कर्मचारियों और अधिकारियों को भी इनके बारे में कोई जानकारी नही है, उन्हें केवल यह पता है कि नगर निगम आयुक्त के मौखिक आदेश पर आकाश का साया छाया हुआ है। सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को केवल आकाश गोयल नाम और चेहरा पता है, इसके अलावा उज्जैन नगर निगम से लेकर स्मार्ट सिटी में इनकी पदस्थपना कब हुई, कैसे हुई, किस पद पर हुई किसी को कोई जानकारी नही है। स्मार्ट सिटी कार्यालय के कक्ष से लेकर पीएचई विभाग, नगर निगम के विभिन्न विभागों सहित लेखा विभाग में अपर आयुक्त वित्त की कुर्सी पर भी इनकों बैठा देखा गया है।
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आडिट से लेकर फाईलों की जांच तक
केवल स्मार्ट सिटी कार्यालय से लेकर नगर निगम तक आकाश विभिन्न विभागों के कक्षों में ऐसे ही नही दिखाई देते, बल्कि विभागीय फाईलों को देखना, आडिट फाईलों को चेक करना, कर्मचारियों और अधिकारियों को निर्देशित करने का काम भी एक जिम्मेदार अधिकारी के तौर पर करते है, अब सवाल यह है कि आखिर आकाश कौन ऐसा कौन सा पॉवर निगमायुक्त ने किसके कहने पर दिया है, जिसके कारण वह सभी कर्मचारियों और अधिकारियों पर भारी पड़ते नजर आ रहे है।
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स्मार्ट सिटी सीईओ की गाड़ी
सूत्रों की माने आकाश गोयल को नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता ने विभाग के सभी महत्वपूर्ण वाट्सअप गु्रप में खुद एड किया है, इसके अलावा आकाश जिस इनोवा क्रमांक 0734 का इस्तेमाल करते है वह स्मार्ट सिटी सीईओ की गाड़ी है, हालांकि अभी स्मार्ट सिटी सीईओ की जिम्मेदारी भी निगमायुक्त अंशुल गुप्ता संभाल रहे है तो उन्होंने अपनी सीईओ वाली गाड़ी में सवारी करने का जिम्मा भी आकाश को दे दिया है। जिसका खर्चा विभाग वहन कर रहा है।
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अलग-अलग तर्क…
सूत्रों की माने तो कुछ लोगों ने जब आकाश गोयल की हकीकत जानना चाही तो किसी को यह बताते है कि मुरैना में आईएएस की टैनिंग कर रहा हूं, तो किसी को बताते है कि नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता का मित्र हू, रिश्तेदार हूं, खैर जो भी हो, लेकिन नगर निगम और स्मार्ट सिटी कार्यालय के विभागीय कार्यों में इनका हस्तक्षेप और सरकारी कर्मचारियों पर इनका नियंत्रण कई सवाल खड़े कर रहा है।
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आयुक्त के जवाब में भी कई सवाल…
आखिर आकाश गोयल कौन है इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता से जब चर्चा की तो उन्होंने बताया कि आकाश गोयल को प्रबंधन सलाहकार के रूप में रखा गया है, जो नगर निगम में आय बढ़ाने के उपाय बतायेंगे। इनको कोई वेतन नही दिया जा रहा है। लेकिन आयुक्त के इस जवाब ने कई ऐसे सवाल खड़े कर दिये है, जिनका जवाब भी आयुक्त को देना चाहिए, ताकि आकाश के निगम और स्मार्ट सिटी में छाये साये की सच्चाई से पर्दा उठ सके।
- आखिर कब और किस प्रक्रिया के तहत प्रबंधन सलाहकार की नियुक्ति की गई?
- आकाश को प्रबंधन सलाहकार बनाने के लिए क्या कोई विभागीय अनुमोदन हुआ, टैंडर प्रक्रिया हुई या फिर कोई विभागीय नोटशीट चलाई गई?
- यदि आकाश प्रबंधन सलाहकार के रूप में निशुल्क सेवा दे रहे है तो पूर्व इनका क्या अनुभव क्या था और इन्होंने किन-किन विभागों में इस प्रकार प्रबंधन संभालते हुए आय के स्त्रोत बढ़ाये है?
- नगर निगम का प्रबंधन संभालने वाले आकाश को विभागीय फाईले खासकर आडिट विभाग में हस्तक्षेप करने की अनुमति कैसे प्रदान की गई?
- आकाश अगर नगर निगम का प्रबंधन संभाल रहा है तो फिर स्मार्ट सिटी कार्यालय में भी इस प्रकार इनका विभागीय कार्यों में हस्तक्षेप क्यों है?
- आकाश आखिर क्यों निशुल्क प्रबंधन सलाहकार बनने को तैयार हुए?
- आकाश गोयल किस अधिकार के तहत स्मार्ट सिटी सीईओ के सरकारी वाहन क्रमांक 0734 का उपयोग कर रहे है, जिसका मासिक किराया लगभग 25 हजार है?
- क्या आकाश की नियुक्ति को लेकर नगर निगम प्रशासक संदीप यादव और स्मार्ट सिटी चेयरमेन आशीषसिंह को कोई जानकारी प्रदान की गई, यदि नही तो क्यों?
- पिछले कई दिनों से निगम और स्मार्ट सिटी कार्यालय में आकाश गोयल विभागीय कार्यों में हस्तक्षेप कर रहे है, लेकिन संबंधित विभाग के प्रभारी अधिकारी को इनके बारे में कोई भी जानकारी नही है, आखिर उन्हें क्यों नही बताया गया?
- नगर निगम आयुक्त के अलावा निगम के अन्य अधिकारियों सहित अन्य विभाग के प्रभारियों को भी आकाश गोयल की नियुक्ति के बारे में कोई जानकारी क्यों नही दी गई, इसके पीछे क्या कारण है?
- नगर निगम एक बड़ा विभाग है, जिसमें कई वित्तीय कार्य होते है, जिसे बाहरी लोगों को नही बताया जाता है, ऐसे में वित्त विभाग में आकाश गोयल सबसे ज्यादा रूचि क्यों ले रहे है?
- क्या महज मौखिक आदेश पर इस प्रकार किसी को भी महत्वपूर्ण विभाग नगर निगम और स्मार्ट सिटी के कार्यों में हस्तक्षेप की अनुमति देना उचित है?
- जब नगर निगम और स्मार्ट सिटी में कई अनुभवी सलाहकार है तो फिर आकाश गोयल में निगम आयुक्त को ऐसी कौन सी विशेषता नजर आ गई जो अचानक एक तरफा निर्णय ले लिया गया?
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