एमपी बोर्ड परीक्षा: 10 वीं 12 वीं की परीक्षा 5-6 फरवरी से
- परीक्षा के लिए जिले में बनाये गये 81 परीक्षा केंद्र, 40 हजार से अधिक विद्यार्थी होंगे शामिल
उज्जैन। माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं इस बार 5-6 फरवरी से शुरू हो रही है। बोर्ड परीक्षा के लिए जिले में 81 परीक्षा केंद्र निर्धारित किए है। दोनो परीक्षा के दौरान 40 हजार 200 विद्यार्थी शामिल होंगे। शिक्षा विभाग और माध्यमिक शिक्षा मंडल ने परीक्षा को लेकर तैयारी कर ली है। इस बार कलेक्टर के प्रतिनिधि की उपस्थिति में ही बोर्ड के प्रश्न पत्र लिए जाएंगे और ओपन किए जाएंगे।
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माध्यमिक शिक्षा मंडल के संभागीय अधिकारी श्याम कुमार रेनीवाल ने बताया कि उज्जैन जिले में 10 वीं तथा 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए 81 केंद्र निर्धारित किए है। इनमें 43 शासकीय विद्यालयों और 38 अशासकीय विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया है। इस वर्ष जिले में 10 वीं की हाई स्कूल परीक्षा में 25521 और 12 वीं हायर सेकेंडरी परीक्षा में 14679 विद्यार्थी दोनो परीक्षा में कुल 40 हजार 200 विद्यार्थी शामिल होगें। बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने के लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड और कलेक्टर द्वारा स्क्वाड गठित की जाएगी। परीक्षा केंद्रों पर मोबाइल प्रतिबंध किया है। वहीं संवेदनशील केंद्रों पर जेमर लगाने की भी तैयारी चल रही है। जिले में प्राइवेट परीक्षा देने वाले 10 केंद्रों को संवेदनशील माना है।
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भ्रामक सूचनाओं पर ध्यान ना दे बच्चे
रेनीवाल ने कहा कि बच्चों से अपील है कि प्रश्न पत्र लीक होने जैसी भ्रमित सूचना पर ध्यान नही दें। कोई भी संभावना नही है कि प्रश्न पत्र मिल सके। माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड (Board of Secondary Education) ने काफी चीजें चेंज की है। सारे प्रश्न पत्र कलेक्टर प्रतिनिधि की उपस्थिति में ओपन होंगे और लिए जाएंगे। इस तरह अभिभावक और बच्चे ऐसी सूचनाओं से दूर रहें। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के बाद अब लोकसभा चुनाव की तैयारी को देखते हुए हाई स्कूल, हायर सेकेंडरी की बोर्ड परीक्षाएं 25 दिन पहले आयोजित की जा रही है।
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सामूहिक नकल पर परीक्षा फल निरस्त
माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड द्वारा जारी निदेर्शों के मुताबिक बोर्ड परीक्षाओं में यदि कोई परीक्षार्थी अनुचित साधनों का प्रयोग करता है या कोई व्यक्ति इसमें उसकी सहायता करता है तो सजा का प्रविधान है। कक्ष में सामूहिक नकल या अन्य व्यक्ति द्वारा नकल करवाने पर सभी परीक्षार्थियों का परीक्षाफल निरस्त होगा। माशिमं द्वारा जारी निदेर्शों के मुताबिक बोर्ड परीक्षाओं में यदि कोई परीक्षार्थी अनुचित साधनों का प्रयोग करता है या कोई इसमें उसकी सहायता करता है तथा परीक्षार्थियों के धमकी देने या हथियार ले जाने पर भी सजा का प्रविधान है। अनुचित साधनों का प्रयोग करते पाए जाने पर दोषी व्यक्ति को सरकारी सेवा में नहीं लिया जाएगा। परीक्षा केंद्र से 100 गज की दूरी तक धारा 144 लागू रहेगी।
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फर्जी छात्र का चल सकेगा पता
उक्त व्यवस्था से परीक्षा में पारदिर्शता मे बढ़ोतरी होगी तो वहीं डमी छात्र की उपस्थिति आदि का पता लग सकेगा। इससे मोबाइल स्कैनर से स्कैन करने के बाद परीक्षार्थी का पूरा बॉयोडाटा, विद्यार्थी की फोटो, उसका नाम, पिता का नाम, उम्र, पता आदि की संपूर्ण जानकारी सीधे आनलाइन आ जाएगी। इससे शिक्षक को वास्तविक छात्र की पहचान करने में आसानी होगी तो वहीं परीक्षा प्रक्रिया में लगने वाले समय में कमी आएगी।
पर्यवेक्षकों की ऐसे होगी तैनाती
माध्यमिक शिक्षा मंडल परीक्षाओं में 20 विद्यार्थी पर एक पर्यवेक्षक नियुक्त किया जाएगा। एक कक्षा में 20 से अधिक व 40 से कम विद्यार्थियों पर दो पर्यवेक्षक नियुक्त रहेंगे। विद्यार्थियों की 40 से अधिक संख्या होने पर 15 परीक्षार्थियों पर एक पर्यवेक्षक रहेगा। परीक्षा में मोबाइल, साधारण केलकुलेटर, साइंटिफिक कैलकुलेटर, मोबाइल फोन, कंप्यूटर के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया गया है।
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