कौन है कालीचरण महाराज, गिरफ्तारी पर क्यों बढ़ी राजनैतिक सरगर्मी
– कालीचरण महाराज ने महात्मागांधी पर की थी आपत्तिजनक टिप्पणी, प्रकरण हुआ दर्ज
– एमपी से छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा की गई गिरफ्तारी से बढ़ी राजनीति सरगर्मी
भोपाल। आखिर 8वीं पास अभिजीत धनंजय सराग कैसे कालीचरण महाराज बने इसकी भी एक रोचक कहानी है। महात्मगांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करना कालीचरण महाराज को महंगा पड़ गया और अब उनकी मध्यप्रदेश के खजुराहों से गिरफ्तारी के बाद राजनैतिक सरगर्मी भी बढ़ गई है। छत्तीसगढ़ के रायपुर पुलिस कालीचरण महाराज को अपने साथ ले गई है।
Also read- नगर निगम न्यूज: बुलेट पर सवार हुए सांसद और निगमायुक्त
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने वाले धर्मगुरु कालीचरण महाराज को मध्यप्रदेश के खजुराहो से गिरफ्तार कर लिया गया है। रायपुर पुलिस ने कालीचरण को एमपी के छतरपुर जिले के खजुराहो से गिरफ्तार कर लिया है। विगत दिनों छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित धर्म संसद में कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी को लेकर विवादित बयान दिया था, जिसमें उन्होंने महात्मा गांधी की हत्या के लिए नाथूराम गोडसे की सराहना की और कहा कि लोगों को धर्म की रक्षा के लिए सरकार के प्रमुख के रूप में एक कट्टर हिंदू नेता को चुनना चाहिए।
Also read- नागदा में बजरंग दल नेता की गोली मारकर हत्या
कौन है कालीचरण महाराज
बताया जाता है कि कालीचरण महाराज महाराष्ट्र के अकोला के शिवाजी नगर के रहने वाले है। कालीचरण महाराज का असली नाम अभिजीत धनंजय सराग है, जो कि भावसार समाज से आते है। उनके पिता धनंजय सराग की अकोला के जैन चौक में ही एक मेडिकल की दुकान है। कालीचरण महाराज ने आठवी कक्षा तक पढ़े है, यह पढ़ाई उन्होंने शिवाजी नगर परिषद स्कूल से की है। पढ़ाई में रूचि नही होने के चलते इन्हें माता-पिता ने अपनी बहन जो कि कालीचरण की मौसी लगती है और इंदौर में रहती है, वहां भेज दिया था। कालीचरण को हिन्दी और मराठी अच्छी आती है। अभिजीत धनंजय उर्फ कालीचरण महाराज ने भय्यू महाराज के आश्रम में जाकर इन्हीं से गुरू प्राप्ति की और उसके बाद इनका नाम कालीचरण महाराज रखा गया।
Also read- महिला का हाई वोल्टेज ड्रामा: पुलिस को धक्का मारा- देखे वीडियो
शिव तांडव स्त्रोत से चर्चा में आए
कालीचरण महाराज एक शिवभक्त है, वह हमेशा लाल रंग का वस्त्र धारण करते हैं और ललाट पर सिंदूर का टीका लगाते हैं। वह हर साल अकोला में कावंड यात्रा में भाग लेते हैं। कालीचरण महाराज अपने रूप और श्रृंगार को लेकर चर्चा में रहते हैं। कालीचरण महाराज पिछले साल उस समय सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने मध्य प्रदेश में शिव तांडव स्त्रोत गाया था, उनका ये वीडियो इंटरनेट पर तेजी से वायरल हुआ था।
Also read- महाकाल विस्तारीकरण: 17 मकानों को हटाने का काम शुरू
किराये के कमरे में रूके थे
रायपुर के एएसपी अभिषेक माहेश्वरी ने खजुराहो में बताया कि रायपुर पुलिस को सूचना मिली थी कि कालीचरण बाबा खजुराहो से 25 किलोमीटर दूर बागेश्वर धाम के पास किराये के कमरे में रूके थे, जहां से हिरासत में लिया गया है। रायपुर के दो थानों में कालीचरण महाराज के खिलाफ प्रकरण दर्ज है। इन्हें रायपुर पहुंचने के बाद कोर्ट में पेश किया जायेंगा। सूत्र बताते है कि कालीचरण महाराज को कमरा किराये पर दिलवाने वाले को एमपी पुलिस ने हिरासत में लिया है।
Also read- उज्जैन लोकायुक्त डीएसपी और पड़ौसी के बीच मारपीट
इन धाराओं में प्रकरण दर्ज
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में धर्म संसद के दौरान कालीचरण महाराज ने आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। साथ ही नाथूराम गोड़से की तारीफ में कसीदे पढ़े थे। इसके बाद रायपुर के टिकरापारा थाने में आईपीसी की धारा 505(2) (दो समुदायों के बीच शत्रुता, घृणा और द्वेष पैदा करने वाला बयान) और 294 के तहत केस दर्ज किया गया था। पुणे और ठाणे में भी कालीचरण बाबा के खिलाफ ऐसे ही मामलों में केस दर्ज है।
Also read- सावधान: उज्जैन में कोरोना के बढ़ते कदम, अब तक 20 पॉजिटिव
गृहमंत्री ने कहां प्रोटोकाल का उल्लंघन
छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा कालीचरण महाराज को खजुराहो से गिरफ्तार करने की खबर लगने के बाद मध्य प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने इस पर एतराज जताया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस की कार्रवाई प्रोटोकॉल का उल्लंघन है। उन्हें कार्रवाई से पहले या उसके बाद मध्य प्रदेश पुलिस को इसकी सूचना देनी चाहिए थी, जो उसने नहीं किया है। छत्तीसगढ़ सरकार चाहती तो बाबा को नोटिस दे सकती थी। वह पुलिस के सामने पेश हो जाते। दूसरे राज्य में जाकर इस तरह की कार्रवाई प्रोटोकॉल का उल्लंघन है। मैंने मध्य प्रदेश के डीजीपी से कहा है कि वह छत्तीसगढ़ के डीजीपी से इस संबंध में बात करें। उन्हें अपनी आपत्ति दर्ज कराएं और साथ ही उनसे इस मामले में स्पष्टीकरण लें।
Also read- फरार ईनामी भाजपा नेता अहिरवार गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने किया खंडन
इधर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के बयान का खंडन करते हुए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि उनकी पुलिस ने प्रोटोकॉल का पालन किया है। बाबा की गिरफ्तारी के बाद उनके परिवार और वकील को सूचना दे दी गई है। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। बाबा को 24 घंटे के भीतर कोर्ट में पेश कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तंज कसा कि बाबा की गिरफ्तारी से मिश्रा खुश है या दुखी? वे पहले इसका जवाब दें। उल्लेखनीय है कि प्र्रोटोकॉल यह कहता है कि किसी भी राज्य की पुलिस जब किसी दूसरे राज्य में कार्रवाई करती है तो उसकी सूचना संबंधित राज्य की पुलिस को पहले या बाद में दी जाती है। संघीय व्यवस्था में यही नियम है।
पढ़ते रहिये– DB NEWS 24 और देखें यूट्यूब चैनल you tube जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, सिनेमा, राजनीति और अपने उज्जैन की खबरें, जुडिएं हमारे फेसबुक Facebook पेज, Telegram और WhatsApp से…
और भी है खबरे…
देशमुख हास्पिटल के डायरेक्टर और डॉक्टर पर FIR
गैंगस्टर से पुलिस की मुठभेड़, 70 लाख के सोने सहित गिरफ्तार
महाकाल का लड्डू प्रसाद होगा अब महंगा
डकैती की योजना बनाते 6 बदमाश गिरफ्तार