इसी शहर की सड़क है, दो देशों की सीमा नहीं- आयुक्त

आयुक्त (Commissioner) ने इंजीनियरों पर जताई नाराजगी, उपयंत्री रावत को किया निलम्बित
उज्जैन। यह रोड किसी भी झोन में आता हो लेकिन है तो इसी शहर में यह रोड़ झोन क्षेत्र को विभाजित करने वाला रोड़ ह, कोई दो देशों की सीमा नहीं। आप लोग काम नही करते बस एक दूसरे पर ढोलते रहते हैं। अब समय आ गया है कि आप सब के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाए कुछ इस अंदाज में लापरवाही बरतने वालों को सख्त हिदायत दी और उपयंत्री रावत को कर दिया मौके पर ही निलंबित।
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यह वाक्या शुक्रवार सुबह उस समय हुआ जब नगर निगम आयुक्त रौशन कुमार सिंह (Municipal Commissioner Roshan Kumar Singh) दो झोन क्षेत्रों के विभाजित करने वाले जयसिंह पुरा रोड़ का निरीक्षण कर रहे थे। निगम आयुक्त ने महाकाल लोक के आस-पास का निरीक्षण करते हुए जयसिंहपुरा मुख्य मार्ग दुर्गति और जर्जर देखी और आसपास जलभराव देखा तो वह रूक गये और तत्काल सम्बंधित इंजीनियरों को स्थल पर बुलाया और गुजरते हुए राहगीरों की ओर, इशारा करते हुए कहा देख रहे हो महाकाल मंदिर की ओर जाने वाले इस मुख्य मार्ग से आम नागरिकों का गुजरना कितना मुश्किल हो रहा है। निरीक्षण के दौरान उपायुक्त संजेश गुप्ता, कार्यपालन यंत्री जगदीश मालवीय, उपयंत्री राजेन्द्र रावत, हर्ष जैन, जनसंपर्क अधिकारी रईस निजामी उपस्थित थे।
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सवालों के जवाब नही दे पाये उपयंत्री
नगर निगम आयुक्त (Commissioner) ने मौके पर पहुंचे झोन 6 के उपयंत्री हर्ष जैन ने झोन 3 के उपयंत्री राजेन्द्र रावत से पूछा इस रोड़ की यह हालत क्यों है? अब तक दुरस्त क्यों नहीं कराया? कायाकल्प में तुम्हें यह रोड नजर नहीं आया? जवाब में झोन 6 के यंत्री हर्ष जैन ने झोन 3 के यंत्री राजेन्द्र रावत को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि यह झोन 3 में आता है, तो राजेन्द्र रावत ने हर्ष जैन को जिम्मेदार ठहराया। जब निगम आयुक्त ने कार्यपालन यंत्री जगदीश मालवीय से सवाल किया तो उनके पास भी कोई सन्तोषजनक जवाब नहीं था।
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सख्त हिदायत के साथ कर दिया निलंबित
आयुक्त (Commissioner) रौशन कुमार सिंह ने सख्त लेहजा अपनाते हुए कहा कि यह रोड किसी भी झोन में आता हो, है, इसी शहर में यह झोन क्षेत्र को विभाजित करने वाला रोड़ है कोई दो देशों की सीमा नहीं। आप लोग काम नही करते बस एक दूसरे पर ढोलते रहते हैं। अब समय आ गया है कि आप सब के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाए। निगम आयुक्त ने जब इंजीनियरों से जल भराव के कारणों का पूछा तो किसी के पास भी कोई सन्तोषजनक उत्तर नहीं था, यहां तक कि किसी इंजीनियर को इस रोड से गुजर रहे नाले, सीवरेज, ड्रेनेज सिस्टम के बारे में भी कोई जानकारी नहीं थी। निगम आयुक्त इस स्थिति पर और अधिक गुस्सा हुए और आपने स्थल पर ही उपयंत्री राजेन्द्र रावत को निलम्बित किये जाने के निर्देश जारी कर दिये।
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श्रद्धालुओं और क्षेत्रीय लोगों की परेशानी समझों
आयुक्त (Commissioner) ने जयहसिंहपुरा से कर्कराज की ओर जाने वाले रोड़ के तिराहे पर एक चेम्बर को खुलवा कर देखा, आस-पास के नालों के बारे में जानकारी प्राप्त की और निर्देशित किया कि रोड़ की दशा तत्काल सुधारी जा कर जल भराव की समस्या का त्वरित समाधान कराया जाए। आयुक्त रौशन कुमार सिंह ने कहा कि महाकाल लोक, महाकाल मंदिर, गोपाल मंदिर इत्यादि क्षेत्रों और पहुंच मार्गों से लाखों श्रद्धालुजन रात-दिन गुजरते हैं, 84 महादेव और सप्त सागर क्षैत्र में भी बड़ी संख्या में श्रृद्धालु आते है सम्बंधि यंत्रीगण अपनी जिम्मेदारियों को समझें प्राथमिकता के साथ यह सुनिश्चित करें कि सड़कों में गड्डे ना हों तथा कहीं भी जल भराव की स्थिति उत्पन्न ना हो।
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स्वास्थ्य विभाग की भी आयुक्त ने ली क्लास
निरीक्षण के दौरान आयुक्त (Commissioner) रौशन कुमार सिंह ने झोन 3 से सम्बंधित स्वास्थ्य विभाग के अमले को भी निर्देशित किया कि इस झोन क्षेत्र में अति महत्वपूर्ण स्थल एवं मार्ग हैं। झोन अन्तर्गत पर्याप्त अमला भी तैनात किया गया है, 450 से अधिक सफाई कर्मी इस झोन में हैं। यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी किसी भी प्रकार से गंदगी नहीं पाई जाना चाहिए अन्यथा लापरवाही करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी।
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अनुमति के विपरीत कालोनी विकास ना हो- डॉ. राठौर
उज्जैन। विभिन्न कॉलोनियों को जो विकास अनुमति जारी की जाती है उस अनुमति की शर्तों और स्वीकृत अनुमान पत्रक के विपरीत किसी भी कॉलोनी में कोई कार्य ना हो यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए। यह बात योजना एवं सूचना प्रोद्योगीकी विभाग प्रभारी एमआईसी सदस्य डॉ. योगेश्वरी राठौर ने कही। अपने प्रभार के विभाग की एक महत्वपूर्ण बैठक में आपने झोनवार कालोनी विकास हेतु जारी अनुमति की जानकारी प्राप्त की। आपने कहा कि कॉलोनी विकास हेतु जारी अनुमति की शर्तो अनुसार विकास सुनिश्चित कराए जाने के क्रम में सम्बंधित निगम यंत्री समय-समय पर निरीक्षण करते रहें। अनुमति के विपरीत या बिना अनुमति कालोनी विकास के विरूद्ध तत्समय ही कार्यवाही की जाना चाहिए।
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अब जो नवीन अनुमति जारी की जाए उनमें आधुनिक निर्माण स्ट्रक्चर को भी समाहित किया जाना चाहिए जिसके तहत रोड़ के साईड में पाईप लाईन, विद्युत लाईन इत्यादि के लिये अन्डर ग्राउण्ड व्यवस्था हो। रोड़, नाली, विद्युत व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था, उद्यान विकास इत्यादि समस्त कार्य निर्धारित अनुमान पत्रक और जारी अनुमति के मान से होना चाहिए। किसी भी कालोनी में जल भराव, सीवरेज इत्यादि की कोई समस्या नहीं होना चाहिए। जहां कोई समस्या संज्ञान में आए तो नियमानुसार कार्यवाही तत्काल की जाना चाहिए। बैठक में कार्यपालन यंत्री पी.सी. यादव, अनिल जैन, जगदीश मालवीय, यंत्री जितेन्द्रपाल सिंह जादौन, राजीव शुक्ला, डीएस परिहार, जनसंपर्क अधिकारी रईस निजामी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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