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जानिये क्या होता है विपरित राजयोग?

कुंडली में “राजयोग” का नाम सुनते ही अक्सर हम सभी लोग खुशी से झूम उठते हैं। हम सभी किसी ना किसी रूप में अपने जीवन को अच्छे स्तर पर जीने की इच्छा रखते हैं, हमारी कोशिश हमेशा ये ही रहती है कि टाटा, बिरला,अंबानी की तरह हमारा खुद का जीवन विलासितापूर्ण क्यूँ नहीं बन सकता। हम ऐसा क्या उपाय करे जो इन नामी गिरामी, उँची हस्तियों की तरह जीवन शैली पायी जा सके, इनके जैसा आरामदायक जीवन जीने का सुख, आनंद उठाया जा सके।

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कोई दुख, परेशानी हमारे आस पास भी नहीं फटके। आखिर, ऐसी क्या वजह है कि केवल कुछ खास, चुनिंदा लोगों के पास करोड़ो,अरबों-खरबों रूपया असीमित रूप में कुबेर के खजाने के समान भरा रहता है। यह तो आप भी भली-भाँति जानते ही हैं कि आपकी कुंडली में ज्योतिषी ही ज्योतिषीय विश्लेशण करके ही आपको बता सकते हैं कि फलां किस्म का राजयोग आपकी कुंडली में बन रहा है।

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राजयोग के असली मायने…

ये जानने के बाद शायद आपके पाँव जमीन पर भी ना पड़े! क्योंकि कुंडली में “राजयोग” है! ये पता होने के बाद भला कौन नहीं सपनों में खो जायेगा! आप ये ही सोच सोच कर मन ही मन खुश होते रहेंगे और एक अलग ही दुनिया में जीते रहेंगे कि “मेरी कुंडली में तो “राजयोग” बताया गया है, अब कोई ही देर जा रही है बस! मुझे करोड़पति बनने में!” और ऐसा सोचते सोचते ही आपका सारा जीवन निकलता चला जाता है, पर वो “राजयोग” जो आपको सालों पहले बताया गया था, उसके पूर्ण होने का कोई समय आपके जीवन में आ ही नहीं पाता है और इस वजह से आपका भरोसा, ज्योतिष और ज्योतीषी से उठता चला जाता है। और आप दुनिया भर में अपना कटु अनुभव कहते फिरते हैं कि “ये ज्योतिष व्योतीष सब बेवकूफ बनाने के धंधे हैं! ” है ना? ऐसा ही होता है ना!

गलती आपकी भी नहीं है। जब आपको “सत्य” से अवगत ही नहीं कराया गया, और आप एक झूठी उम्मीद में ही जीते रह गये। सही अर्थों में इस सत्य से अवगत करवाने का काम आपके ज्योतिष विवेचक का है। आपकी कुंडली में बनने वाला “राजयोग” आखिर कब फलीभूत होगा? होगा भी या नहीं? इन सभी तथ्यों को जानने का आपका पूरा अधिकार है।आज मैं अपने इस संक्षिप्त लेख के द्वारा आपको विपरित राजयोग के विभिन्न प्रकार व राजयोग क्यू फलीभूत नहीं होते? इस विषय में अवगत कराता हूं।

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आइये जानते हैं
  • तरह-तरह के राजयोग होते हैं। जो कई तरह के नामों से जाने जाते हैं।
  • इन सभी राजयोग में से सबसे महत्वपूर्ण व प्रभावशाली राजयोग
  • अष्टमेश का द्वादेश से सम्बंध व द्वादेश का अष्टमेश से संबंध कुंडली में बेहतरीन राजयोग का निर्माण करता है।
  • यह राजयोग जीवन में ऐसी ऐसी विपरित परिस्थितियों में आपको उचाईयों तक पहुचा देता है, जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते हैं।
  • इस राजयोग को विपरित परिस्थितियों में व्यक्ति के जीवन को सम्भालने का बल प्राप्त है। इसलिये इस को “विपरित राजयोग” की श्रेणी में रखा गया है।
  • जैसे जैसे आपके कार्य, आयु व अनुभवों में बढ़ोतरी होती जायेगी, वैसे वैसे ही इस के परिणामों में तीव्रता व शुभता आती चली जायेगी।

अचानक धन लाभ होगा, कार्य स्थल पर उन्नति होगी, व्यापार सम्बन्धी नये नये अनुबंध होंगे, घर,भवन निर्माण होंगे, अन्नपूर्णा भंडार भरे रहेंगे, चारों तरफ से अच्छी खबर मिलेंगी, समाज में प्रतिष्ठा, मान सम्मान बढ़ेगा, दुश्मन भी अपने किये की माफी मांगने आएंगे, ऊंचे-ऊंचे लोगों से भेट होगी व सम्बंध बनेंगे, जिन लोगों ने आपसे दूरी बनाई होगी वह भी आपके नाम की माला जपना शुरू कर देंगे। एक और खास बात होती है इस राजयोग के असर से कि आपको इस के प्रभाव से अपने पराये की पहचान अवश्य होगी। इस राजयोग के प्रभाव से व्यक्ति का व्यक्तित्व अचानक ही हीरे की तरह खान में से बाहर निकलकर लोगों के सामने आता है।

कब फलीभूत होता है ये विपरित राजयोग
  • अब आपको जीवन में इस राजयोग से होने वाली शुभता के विषय में तो जानकारी मैने यहाँ दे दी, परंतु इसका प्रभाव कब और कैसे आपके जीवन में प्रवेश करेगा? ये भी आपको पता होना चाहिए।

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राजयोग का प्रभाव
  • यह राजयोग बहुत कारक राजयोग की श्रेणी में स्थान रखता है। बशर्ते इस राजयोग के ग्रह का दशाकाल भी भोगा जाये। तभी इस राजयोग का पूर्ण रूप से प्रभाव आपको अपने जीवन में देखने को मिलेगा। अन्यथा बीमारी, कर्जा, कभी ना खत्म होने वाली परेशानियाँ आदि का सामना करते करते ही जीवन निकल जाता है।
  • ये जितने भी बड़े धनवान लोग, ऊंचे-ऊंचे पदों पर बैठे लोग आपको दिखेंगे वह सब इस राजयोग के ग्रह दशाकाल को या तो वर्तमानस्थिति में भोग रहे होंगे या भोग चुके होंगे। राजयोग का लाभ तभी मिलता है जब उस ग्रह/राजयोग से सम्बंधित दशा काल को भी वर्तमानस्थिति में भोगा जाये।
  • उदाहरण के लिए जो फल आप अपने मूह में खायेंगे, उस फल का स्वाद भी तो आपको तभी पता चलेगा कि वह फल खाने में मीठा है, कड़वा है या खट्टा है। उसी तरह जब तक कुंडली में राजयोग देने वाले ग्रह की आप दशा ही नहीं भोगेंगे तब तक आपको कैसे पता चलेगा कि राजयोग फलीभूत हो रहा है या राजयोग किस चिड़िया का नाम है ! यह कैसे महसूस कर पाओगे !

आशा करता हूँ कि आप यह छोटी सी मगर महत्वपूर्ण जानकारी पढ़ कर लाभांवित होंगे

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जय श्री महाकाल, आपके मन में कोई शंका या प्रश्न हो मुझसे कुछ छूट गया हो अथवा किसी अन्य विषय पर मन में कोई प्रश्न हो तो आप मुझे मेरे नंबर 7692849650 पर कॉल करें या व्हाट्सप्प करें । मैं कोशिश करूँगा आपके सवालो के जवाब देने का और उस विषय पर अलग से लेख लिखने का ।
pandit ujjain
पण्डित नरेंद्र शर्मा
ज्योतिषाचार्य एवम अनुष्ठानकर्ता

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Dharmendra Bhati

मैं धर्मेंद्र भाटी, DB News24 का Author & Founder हूँ तथा पिछले 22 वर्षो से निरंतर सक्रिय पत्रकारिता के माध्यम राजनितिक, प्रशासनिक, सामाजिक और धार्मिक खबरों की रिपोर्टिंग करता हूँ साथ ही Daily जॉब्स, ज्योतिष, धर्म-कर्म, सिनेमा, सरकरी योजनाओ के बारे में आर्टिकल पब्लिश करता हूँ। हमारा संकल्प है कि नई-नई जानकारियाँ आप तक सरल और सहज भाषा में आप तक पंहुचे। जय हिन्द

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