बोरवेल में गिरी राधा ने जिदंगी का दामन छोड़ा
उज्जैन। एक पांच वर्षीय बालिका खेलते समय आचानक बोरवेल में जा गिरी, लगभग तीस फीट की गहराई में फंसी राधा को बचाने की जदोजहद में जुटे ग्रामीणों ने काफी प्रयास किये और उसे बोरवेल से बाहर भी निकाल लिया, लेकिन पांच वर्षीय राधा ने तब तक जिदंगी का दामन छोड दिया था।
उज्जैन के समीप स्थित ग्राम रूईगढ़ा के जोगीखेड़ी गांव के रहने वाले पदमसिंह आंजना की 5 वर्षीय बेटी वेदिका उर्फ राधा शनिवार की दोपहर को गांव के अन्य बच्चों के साथ खेल रही थी, तभी खेत में स्थित खुले बोरवेल में जा गिरी। सूचना मिलते ही ग्रामीण एकत्रित हुए और राधा को बोरवेल से बाहर निकालने के प्रयास शुरू किये गये। वहीं पुलिस को भी सूचना दी। लेकिन जब तक ग्रामीणों ने राधा को बोरवेल से बाहर निकाला वह मुर्छित अवस्था में थी। जिसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
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इस प्रकार निकाला बाहर
लोगों का कहना है कि राधा बोरवेल के अंदर करीब 30 फीट चली गई थी। जिसे बोरवेल से निकालने के लिए लोहे के सरिए को टेढ़ा कर ट्यूबवेल के अंदर डाला गया और जब सरिया राधा के कपड़ों में फंस गया तो उसे धीरे-धीरे ऊपर खिचकर बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक वह मुर्छित हो चुकी थी, जिसे तत्काल अस्पताल ले गए, लेकिन वह नही बच पाई।
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बंद कर दिया था बोरवेल
पदमसिंह आंजना ने बताया कि लगभग एक वर्ष पूर्व खेत में बोरवेल करवाया गया था, लेकिन जब 150 फीट से अधिक गहराई पर भी पानी नही आया तो उसे मिट्टी डालकर बंद कर दिया गया था, लेकिन इन दिनों हो रही बारिश के कारण बोरवेल में डाली गई मिट्टी नीचे बैठ गई और बोरवेल में गड्डा हो गया था।
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