नागदा-खाचरौद से लालसिंह राणावत भी प्रमुख दावेदार
- संगठन स्तर पर पार्टी तय करेंगी विधानसभा उम्मीदवार का नाम
उज्जैन। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारी अंतिम चरणों में चल रही है। दोनों ही दल के नेताओं ने मैदान भी संभाल लिया है। उज्जैन जिले के नागदा-खाचरौद विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस से वर्तमान विधायक दिलीपसिंह गुर्जर का टिकट पक्का है। लेकिन भाजपा ने अभी तक अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं कि है। भाजपा से यू तो लगभग आधा दर्जन नेता टिकट की दौड है। इन में मुख्य रुप से दो बार के विधायक, पूर्व जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष व सहकारीता नेता ठाकुर लालसिंह राणावत, पूर्व विधायक दिलीपसिंह शेखावत, मप्र सरकार में कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त सुल्तानसिंह शेखावत के बेटे मोतीसिंह शेखावत व भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष डॉ तेज बाहदुरसिंह चौहान प्रमुख है।
यह भी पढ़े- भाजपा ने विधानसभा प्रत्याशी किये घोषित, उज्जैन जिले से इन्हें बनाया प्रत्याशी
लेकिन वर्तमान परस्थिती के हिसाब से विधानसभा के प्रबल दावेदार लालसिंह रणावत माने जा रहे है। चूंकि भाजपा में वर्तमान में दिलीपसिंह शेखावत व मोतीसिंह शेखावत के अलग-अलग गुट होने से पार्टी आकाकमान सोच में ही कही इन दोनों नेताओं की गुटबाजी से फिर यह सीट कांग्रेस के पाले में नहीं चली जाए। चूंकि किसी समय यह क्षेत्र जनसंघ का गढ रहा है। जनसंघ का वर्ष 1985 से भाजपा का नाम हो गया। दोनों शेखावत बंधू राजस्थान के मूल निवासी है। जबकि गुर्जर का परिवार मप्र का निवासी है। इससिए इस बार नागदा क्षेत्र की जनता मालवा के उम्मीदवार की मांग कर रही है।
क्या है लाला सिंह राणावत के प्लस पाइंट
लाल सिंह राणावत मूल रुप से मालवा क्षेत्र के रहने वाले है। थे। राणावत सरल व सहज व्यक्ति है। राणाव के नाम से क्षेत्र के नेताओं में व पार्टी कार्यकतार्ओं में मतभेद व मन मुटाव भी नहीं है। राणावत का नाम पर भाजपा के जनप्रतिनिधियों में बड़ा ही सम्मानजनक है और निर्विरोध है वही क्योंकि उन्होंने कभी किस का राजनीतिक नुकसान नहीं किया और सबको साथ लेकर चले। नागदा-खाचरौद विधानसभा क्षेत्र में ठाकुर मतदाता की संख्या अधिक है। क्षेत्र में लगभग 30 हजार मतदाता ठाकुर समाज के हे। लेकिन शेखावत बंधुओं से ठाकुर समाज का एक वर्ग नाराज है। चूंकि यह लोग राजस्थान के मूल निवासी है। इस कारण ठाकुर समाज भी यह चाहता है कि मालवा का कोई ठाकुर भाजपा का उम्मीदवार हो। लालसिंह राणावत दो बार विधायक व दो बार जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष रह है। लेकिन इन 20 वर्ष में राणावत पर एक भी भष्टाचार का आरोप नहीं लगा और ना ही कोई विवादों से नाता रहा है।
यह भी पढ़े- उज्जैन के कद्दावर कलेक्टर ने थामा भाजपा का दामन… बनेंगे विधायक!
जनता के लिए आज भी खुला है कार्यालय
राणावत का कार्यालय नागदा में चिकित्सालय मार्ग पर है। जो उनके विधायक नहीं होने पर भी आज भी जनता के लिए खुला है। क्षेत्र में राणावत ऐसे जनप्रितिनिधि है जो 30 साल से नागदा में कार्यालय खोल कर बैठे है और वहां पर जनता दरबार लगाते है एवं पीडित की समस्या सुनते है और उसे हल करते है। कांग्रेस विधायक गुर्जर भी राणावत के नाम से कही न कही भयभीत है। ऐसे में यदि भाजपा राणावत को विधानसभा टिकट देती है तो यह सीट एक बार फिर भाजपा के पाले में जा सकती है।
यह भी पढ़े- कांग्रेस विधायक ने कहां भाजपा ने दिया था मुझे 45 करोड़ और मंत्री पद का ऑफर
पढ़ते रहिये– DB NEWS 24 और देखें यूट्यूब चैनल you tube जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, सिनेमा, राजनीति और अपने उज्जैन की खबरें, जुडिएं हमारे फेसबुक Facebook पेज, Telegram और WhatsApp से…