शिप्रा नदी पर मध्यप्रदेश का पहला ड्रोन शो: गूडी पड़वा पर विशेष आयोजन
20 मिनट देख सकेंगे शहरवासी, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव होगें शामिल

उज्जैन। मध्यप्रदेश का पहला भव्य ड्रोन शो इस बार शिप्रा नदी पर आयोजित किया जाएगा। यह शो लगभग 20 मिनट तक चलेगा और इसमें भगवान महाकाल से जुड़े प्रतीक चिह्नों के साथ-साथ मध्यप्रदेश का नक्शा और सिंहस्थ 2028 का सिंबल भी प्रदर्शित किया जा सकता है। इस अनूठे आयोजन की तैयारियां प्रदेश के संस्कृति विभाग और महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ ने शुरू कर दी हैं।
यह भी पढ़े- मेकअप आर्टिस्ट भावना सिंह हत्याकांड: आरोपियों की तलाश जारी
विक्रमोत्सव के अंतर्गत विशेष प्रस्तुति
नव संवत्सर के शुभ अवसर पर विक्रमोत्सव के मुख्य समारोह में इस ड्रोन शो का आयोजन किया जाएगा। रामघाट से झालरिया मठ के बीच यह कार्यक्रम संपन्न होगा। इस शो में लगभग एक हजार ड्रोन आसमान में उड़कर अद्भुत आकृतियाँ बनाएंगे। यह पहली बार होगा जब उज्जैन में इस तरह का आधुनिक ड्रोन शो देखने को मिलेगा।
यह भी पढ़े- ग्वालियर की गलियों में दहशत: आधी रात को डोरबेल बजाने वाली महिला का रहस्य
महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी ने बताया कि इस आयोजन की प्रक्रिया चल रही है और पहली बार मध्यप्रदेश में ऐसा भव्य ड्रोन शो देखने को मिलेगा। शो के प्रभारी डॉ. अनिल कोठारी ने बताया कि फिलहाल इसकी अवधि 20 मिनट तय की गई है। इस दौरान सिंहस्थ 2028 और मध्यप्रदेश से जुड़ी विशेष आकृतियाँ प्रस्तुत की जाएंगी। आयोजन के लिए विशेषज्ञों की एक टीम उज्जैन पहुंच चुकी है।
यह भी पढ़े- मेकअप आर्टिस्ट प्रेमिका ने की प्रेमी की हत्या
ड्रोन शो की विशेषताएँ
ड्रोन शो में आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जाएगा, जिसमें ड्रोन को कंप्यूटर प्रोग्राम के जरिए नियंत्रित किया जाता है। रात के समय होने वाले इस शो को संगीत के साथ सिंक्रोनाइज किया जाएगा, जिससे यह और भी आकर्षक लगेगा। ड्रोन में एलईडी लाइट्स, स्मोक पॉड, लेजर और लाइट बीम जैसी अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाएगा। इंजीनियरों और डिजाइनरों की टीम इस आयोजन को सफल बनाने के लिए दिन-रात कार्य कर रही है।
यह भी पढ़े- महिला पार्षद ने दो पार्षदों पर लगाए गंभीर आरोप
ड्रोन शो का ऐतिहासिक संदर्भ
इससे पहले 2020 के टोक्यो ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में भव्य ड्रोन शो हुआ था। वहीं, रूस के निजनी नोवगोरोड में शहर की 800वीं वर्षगांठ के अवसर पर भव्य जियोस्कैन ड्रोन शो का आयोजन किया गया था। भारत में आंध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती में 5500 ड्रोन के साथ अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन शो किया गया था।
यह भी पढ़े- उज्जैन की माधवी लावरे ने पेरिस फैशन वीक 2025 के AEFW फैशन शो में बिखेरा जलवा
ड्रोन शो: आतिशबाजी का बेहतर विकल्प
ड्रोन शो पारंपरिक आतिशबाजी का एक आधुनिक और पर्यावरण-संवेदनशील विकल्प माना जाता है। इसमें ध्वनि प्रदूषण कम होता है और यह अधिक सुरक्षित होता है। उज्जैन में होने वाला यह शो दर्शकों के लिए एक अनूठा अनुभव होगा।
यह भी पढ़े- रिश्वतखोरी के आरोप में प्रधान आरक्षक समेत दो गिरफ्तार
विक्रमोत्सव को मिलेगी नई पहचान
महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी ने बताया कि विक्रमोत्सव के शुभारंभ समारोह के अंतर्गत ड्रोन शो करने का निर्णय लिया गया है। उज्जैन से शुरू हुआ यह महोत्सव अब देश और दुनिया में अपनी पहचान बना रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इस भव्य आयोजन में शामिल होंगे। शहरवासियों को 20 मिनट तक अद्भुत दृश्य देखने को मिलेंगे, जो उज्जैन के इतिहास में पहली बार होगा।
यह भी पढ़े- क्षत्रिय मारवाड़ी माली समाज में पति-पत्नी ने खेली अनौखी होली
पढ़ते रहिये– DB NEWS 24 और देखें यूट्यूब चैनल you tube जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, सिनेमा, राजनीति और अपने उज्जैन की खबरें, जुडिएं हमारे फेसबुक Facebook पेज, Telegram और WhatsApp से…
ओर भी है खबरे
प्रदेश में जमीन अधिग्रहण पर नई नीति: उज्जैन-इंदौर से होगा पहला प्रयोग
9 महीने 14 दिन बाद पृथ्वी पर लौटी भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स