इंदौर नगर निगम कार्यालय में कार पॉकिंग को लेकर हुए मामूली विवाद में रिटायर्ड फौजी ने नगर निगम के सुरक्षाकर्मी पर रिवाल्वर तान दी, जिससे वहां कुछ देर के लिए हड़कंप मच गया। इस पूरे विवाद का वीडियों भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पुलिस मामले में वीडियों की जांच कर रही है। इस मामले में महापौर पुष्यमित्र भार्गव का कहना है कि पार्किंग की व्यवस्था बनी रहे इसका खास ख्याल रखा जाता है। अगर सुरक्षा गार्ड के साथ बदसलूकी की गई है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई कराएंगे।
यह भी पढ़े- उज्जैन नगर निगम को मकान अवैध बताकर तोड़ना पड़ा महंगा
इंदौर नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग की पार्किंग में शुक्रवार की सुबह 11 बजे के लगभग एक व्यक्ति कार लेकर पहुंचा और उसने उस स्थान पर कार खड़ी कर दी, जहां पर नगर निगम आयुक्त की कार खड़ी होती है। जिस पर वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी लक्ष्मण मोरे उक्त व्यक्ति को कार खड़ी करने से मना किया और उसे बताया कि यहां पर निगमायुक्त की कार खड़ी होती है, बस इसी बीच इनके बीच कहासुनी शुरू हो गई और कार पार्क करने वाले व्यक्ति ने अपने पास रखी रिवाल्वर निकालकर सुरक्षाकर्मी पर तान दी। बताया जाता है कि जिस व्यक्ति ने रिवाल्वर तानी थी वह रिटायर्ड फौजी है और वह नगर निगम में अपने किसी व्यक्तिगत कार्य से आया था।
यह भी पढ़े- पूर्व मंत्री पारस जैन सहित 8 के खिलाफ प्रकरण दर्ज
गार्ड ने कहां मैं तो ड्यूटी कर रहा हूं
इस घटनाक्रम के दौरान वहां पर कई लोग एकत्रित हो गये, जिसमें से कुछ वीडियों भी बनाते दिखाई दिये। जब कुछ लोगों ने रिटायर्ड फौजी से विवाद की वजह पूछी तो उसका कहना था कि ये मारने के लिए आएगा तो क्या मैं क्या इसे ऐसे ही छोड़ दूंगा। कैमरा बंद करो तुम। तब नगर निगम गार्ड भी कहता है कि दादा मैं ड्यूटी कर रहा हूं। ये हमेशा का काम है। इधर इस मामले में एमजी रोड पुलिस के अनुसार मामले में अभी एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। विवाद का वीडियो आया है, जिसकी जांच की जा रही है।
यह भी पढ़े- उत्तर प्रदेश से आकर देवर-भाभी करते थे चोरी
निगम में छेड़छाड़ का मामला भी आया सामने
इंदौर नगर निगम में ही असिस्टेंट कमिश्नर पर एक महिला कर्मचारी ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। कर्मचारी ने निगमायुक्त हर्षिका सिंह के पास इस मामले की शिकायत भी की। उसने बताया कि आॅफिस के काम से अधिकारी के पास गई थी। तभी उन्होंने गलत बर्ताव किया। निगमायुक्त हर्षिका सिंह का कहना है कि इस मामले की जांच कमेटी गठित की गई है। इसमें एक सब इंजीनियर, एक एनजीओ के अधिकारी और दो महिलाएं शामिल हैं। यह कमेटी जल्द ही रिपोर्ट सौंपेगी। इधर वहीं महापौर पुष्यमित्र भार्गव का कहना है कि अगर असिस्टेंट कमिश्नर दोषी पाए गए तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह भी पढ़े- राशन की कालाबाजारी, विक्रेता फारुख पर fir दर्ज
पढ़ते रहिये– DB NEWS 24 और देखें यूट्यूब चैनल you tube जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, सिनेमा, राजनीति और अपने उज्जैन की खबरें, जुडिएं हमारे फेसबुक Facebook पेज, Telegram और WhatsApp से…
ओर भी है खबरे
डॉ. मोहन यादव सरकार की सौगात: पार्बती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना
डॉ. मोहन यादव सरकार का एक माह पूर्ण, अभूतपूर्व फैसलों से जीता जनता का विश्वास