नगर निगम के 125 करोड़ रुपए के फर्जी बिल घोटाले में ईडी का छापा
- मास्टर माइंड अभय राठौर, ऑडिटर अनिल गर्ग के ठिकानों सहित 12 ठिकानों पर छापे
इंदौर। नगर निगम के 125 करोड़ रुपए के फर्जी बिल घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एंट्री ने सोमवार सुबह घोटाले के मास्टर माइंड अभय राठौर, संयुक्त संचालक (ऑडिट) अनिल कुमार गर्ग के ठिकानों सहित 12 जगह छापामार कार्यवाही की है। इस मामले में मास्टर माइंड अभय राठौर पहले से ही जेल में है।
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नगर निगम के 125 करोड़ रुपए के फर्जी बिल घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के छापे की कार्रवाई की शुरूआत गर्ग के निवास 184-ए महालक्ष्मी नगर ओम सुख सांई एवेन्यू से हुई। परिवार के लोग टीम को देखकर घबरा गए। वहीं टीम ने मास्टर माइंड अभय राठौर और उसके बहनोई के भी घर छापे मारने की सूचना है। इस दौरान घर पर सिर्फ महिलाएं ही थीं। अन्य आरोपियों और उनसे जुड़े लोगों के ठिकानों पर भी ईडी की टीम पहुंची और छापामार कार्यवाही की गई।
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राठौर ने खुद को बताया निर्दोष
निगम के फर्जी बिल घोटाले में पुलिस ने करीब 20 आरोपियों के खिलाफ अलग-अलग प्रकरण दर्ज किए थे। इनमें ठेकेदारों के अलावा, निगम अधिकारी, कर्मचारी आदि शामिल हैं। इस पूरे घोटाले में राठौर ने खुद की कोई भूमिका नहीं होने की बात कही है। जिस सेक्शन में घोटाला होना बताया है उसमें खुद के नहीं होने के बात कही है। सोमवार सुबह अनिल कमार गर्ग के महालक्ष्मी नगर स्थित घर पर ईडी की टीम पहुंची। यहां उसके पूरे परिवार को बाहर जाने से रोक दिया गया। जबकि मीडिया को राठौर के परिवार ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया।
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बेटे के ससुराल से गिरफ्तार हुआ था राठौर
पुलिस को जानकारी मिली कि उसके बेटे का उत्तर प्रदेश में ससुराल है। इसके साथ ही अन्य रिश्तेदार भी उत्तर प्रदेश के कई शहरों में है। इस पर पुलिस ने सूत्र तलाशे और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) नें एक मकान पर दबिश दी। यहां राठौर ने पुलिस से हुज्जत करते हुए गिरफ्तारी वारंट दिखाने को कहा। पुलिस ने उसे मौके से गिरफ्तार किया था। वह फिलहाल जेल में है।
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30 करोड़ का भुगतान निगम के खाते से
पंकज पांडे (डीसीपी जोन-3) ने बताया कि अब तक 58 फाइलों की जांच में 60 करोड़ का घपला निगम अधिकारियों-ठेकेदारों ने किया है। इनमें से 30 करोड़ रूपये का निगम के खाते से भुगतान हो चुका है। अभी कई फाइलों की जांच चल रही है। राठौर का रिमांड लेने के बाद और खुलासे होने की उम्मीद है। मामले में पुलिस अब तक राठौर सहित नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें से ठेकेदार मो. साजिद, रेणु वडेरा, सब इंजीनियर उदय सिसौदिया, कम्प्यूटर आपरेटर चेतन भदौरिया और कर्मचारी मुरलीधर जेल जा चुके हैं।
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इन के यहां भी पहुंची ईडी की टीम
नगर निगम के 125 करोड़ रुपए के फर्जी बिल घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा रेणु वडेरा निवासी 6 आशीष नगर, मोहम्मद जाकिर निवासी 147 मदीना नगर, राहुल वडेरा निवासी 2 आशीष नगर, राजकुमार पिता पन्नालाल साल्वी निवासी 78 अम्बिकापुरी हरीश श्रीवास्तव निवासी 55 सुखदेवनगर, प्रो. एहतेशाम पिता बिलकिस खान निवासी 128 माणिक बाग, जाहिद खान निवासी 101 सकीना अपार्टमेंट अशोका कॉलोनी, मोहम्मद साजिद निवासी मदीना नगर, मोहम्मद सिद्दीकी निवासी मदीना नगर), उदयसिंह पिता रामनरेश सिंह भदौरिया निवासी 31-सी सुखलिया, मुरलीधर पिता चंद्रशेखर निवासी 697 शिव सिटी राऊ, मौसम व्यास के ठिकानों पर भी छानबीन की सूचना है।
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