आपके स्वास्थ्य जीवन के लिए जरूरी है कि आप समय पर सभी कार्य करे, जिसमें खाने से लेकर नहाने, सोने और आराम करने का भी एक नियम बनाये। प्राचीन भारतीय स्वास्थ्य युक्तियां (ANCIENT INDIAN HEALTH TIPS) भी आपकों बेहतर जीवन जीने का पाठ पढ़ाती आ रही है, लेकिन हम उसका कितना पालन कर रहे है यह हमें भी नही पता है। अगर इंसान का जीवन स्वस्थ्य रहेंगा वही उसकी असली दौलत होगी। इसलिए कहते है स्वास्थ्य जीवन पाये, यहीं असली दौलत है (Have a healthy life : it’s the real wealth)। हम आपकों बता रहे ऐसी ही प्राचीन स्वास्थ्य युक्तियां, जिन्हें अपने दैनिक जीवन का हिस्सा जरूर बनाये।
1. अजीर्णे जेवणं विषैला ।
- अगर पहले खाया हुआ लंच पचता नहीं है..डिनर लेना जहर लेने के बराबर होगा। भूख एक संकेत है कि पिछला भोजन पच गया है
2. स्वस्थ स्वास्थ्य ।
- अच्छी नींद से आधी बीमारियां ठीक हो जाती हैं..
3. मूढ़गढ़ाल्ली गढ़व्याली।
- सभी दालों में हरे चने सबसे अच्छे होते हैं। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। अन्य सभी दालों के एक या दूसरे दुष्प्रभाव होते हैं।
4.बागनास्थी संधानकारो रसोनाहा।
- लहसुन टूटी हड्डियों को भी मिला देता है..
5. अति सर्वत्र वरजयेत।
- अधिक मात्रा में सेवन की गई कोई भी चीज, सिर्फ इसलिए कि उसका स्वाद अच्छा है, स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। मध्यम बनें।
6. नास्थिमूलम अनौषधाम।
- ऐसी कोई सब्जी नहीं है जिसका शरीर को कोई औषधीय लाभ न हो..
7. नं तंदुरूस्तः प्रभुरायुशाह।
- कोई भी डॉक्टर हमारी दीर्घायु का भगवान नहीं है। डॉक्टरों की सीमाएं हैं।
8. चिंता व्याधि प्रकाश्य।
- चिंता से सेहत बिगड़ती है..
9. कसरती सनैही सनैही।
- कोई भी व्यायाम धीरे-धीरे करें। तेजी से व्यायाम करना अच्छा नहीं है।
10. अजवथ चर्वनाम कुरआत।
- अपने भोजन को बकरी की तरह चबाएं.. जल्दी में खाना कभी न निगलें.. लार पाचन में सबसे पहले मदद करती है।
11. बम नाम मानहप्रसाधनकर्म धुस्वप्न विद्ववसनम।
- नहाने से डिप्रेशन दूर होता है। यह बुरे सपनों को दूर भगाता है..
12. न भम आचारेत भुकथवा।
- खाना खाने के तुरंत बाद कभी न नहाएं, पाचन क्रिया प्रभावित होती है
13. नास्थि मेघासमम थोयम।
- बारिश के पानी की शुद्धता से मेल नहीं खाता..
14. अजीर्णे भेसजम वारी।
- सादा पानी पीने से अपच को दूर किया जा सकता है।
15. सर्वत्र नूथनाम सस्थाम सेवक एक पुर्रथनम।
- हमेशा ताजी चीजों को प्राथमिकता दें..पुराने चावल और पुराने नौकर को नए के साथ बदलने की जरूरत है। (यहाँ नौकर के संबंध में इसका वास्तव में क्या अर्थ है: अपने कर्तव्यों को बदलें और समाप्त नहीं करें।)
16. नित्यम् सर्व रससभ्यश।
- पूरा भोजन लें जिसमें सभी स्वाद हों जैसे: नमक, मीठा, कड़वा, खट्टा, कसैला और तीखा)।
17. जटा रामायणे ध्रबैंबैंबैं।
- अपने पेट को आधा ठोस से भरें, एक चौथाई पानी से भरें और बाकी को खाली छोड़ दें।
18. भुकथवोपा विसस्थांद्र।
- खाना खाने के बाद कभी भी खाली न बैठें। कम से कम आधा घंटा टहलें।
19. क्षुथ सुथम जन्यथि।
- भूख बढ़ जाती है खाने का स्वाद… दूसरे शब्दों में, भूख लगने पर ही खाएं..
20. चिंताजरानाम मानवम।
- चिंता करने से बढ़ती है बुढ़ापा…
21. सहव्यविहाया भोक्ताम।
- जब खाने का समय हो तो 100 काम भी अलग रख दें।
22. सर्व धर्मेशुम माध्यम।
- हमेशा बीच का रास्ता चुनें। किसी भी चीज में अति पर जाने से बचें।
Also read- महाकाल मंदिर विस्तार योजना: नए स्वरूप में दिखेगा महाकाल परिसर
जय श्री महाकाल, आपके मन में कोई शंका या प्रश्न हो मुझसे कुछ छूट गया हो अथवा किसी अन्य विषय पर मन में कोई प्रश्न हो तो आप मुझे मेरे नंबर 7692849650 पर कॉल करें या व्हाट्सप्प करें । मैं कोशिश करूँगा आपके सवालो के जवाब देने का और उस विषय पर अलग से लेख लिखने का ।
पढ़िए ख़बरें-
पढ़ते रहिये– DB NEWS 24 और देखें यूट्यूब चैनल you tube जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, सिनेमा, राजनीति और अपने उज्जैन की खबरें, जुडिएं हमारे फेसबुक Facebook पेज, Telegram और WhatsApp से…