युवती को खंभे से बांधकर पीटा, मां से भी मारपीट
- डबरा में कारोबारी की पत्नी पर पथराव से विवाद, 15 पर एफआईआर
डबरा। ग्वालियर जिले के डबरा में एक युवती को खंभे से बांधकर पीटने का मामला सामने आया है। इस दौरान युवती की मां की भी पिटाई की गई। आरोप है कि सराफा कारोबारी के कर्मचारियों ने मकान को खाली कराने को लेकर हुए विवाद के चलते इस वारदात को अंजाम दिया। महिलाओं ने कारोबारी की पत्नी पर पथराव किया था। इसके बाद कर्मचारियों ने उनसे मारपीट की।
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घटना डबरा सिटी थाना क्षेत्र में मंगलवार दोपहर को पुलिस को मारपीट और पथराव की सूचना मिलने पर थाना प्रभारी यशवंत गोयल मौके पर पहुंचे और खंभे से बंधी महिला को छुड़ाया। पुलिस ने इस मामले में 9 आरोपियों समेत 6 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। इनमें चार को गिरफ्तार किया जा चुका है। इधर जानकारी मिलने पर ब्राह्मण समाज के युवा भी मौके पर पहुंच गए और प्रदर्शन करने लगे। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने घटनास्थल पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया।
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कारोबारी की पत्नी से बहस के बाद पथराव
बताया जाता है कि डबरा की कमलेश्वर कॉलोनी में सराफा कारोबारी विजय सर्राफ ने लीला शर्मा और नेहा शर्मा के आधे मकान को खरीदा था। जिसका मामला कोर्ट में भी चल रहा है। इसी मकान के सामने एक मंदिर में कारोबारी की पत्नी कुक्की अग्रवाल पूजा करने पहुंची थीं। इसी दौरान महिलाओं का उनसे विवाद हो गया। इसके बाद महिलाओं ने कारोबारी के पत्नी पर पथराव करना शुरू कर दिया। कारोबारी विजय को जब इसकी सूचना मिली तो उन्होंने कर्मचारियों को वहां भेजा। कर्मचारियों ने युवती को खंभे से बांधकर पीटना शुरू कर दिया। हंगामा होते देख वहां मौजूद लोगों ने पुलिस को सूचना दी।
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ब्राह्मण संगठन ने विरोध किया
ब्राह्मण समाज का युवा वर्ग ने मारपीट की इस घटना को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस ने सख्त कार्रवाई का उन्हें आश्वासन दिया। पुलिस ने 4 आरोपियों के गिरफ्तार कर लिया है। सिटी थाना प्रभारी यशवंत गोयल ने बताया कि कुक्की अग्रवाल, विजय अग्रवाल, हरेंद्र, विकास रावत, पहलवान दाऊ, सूरज अहिरवार, राम हरि करण, राजकुमार साहू, डीके रावत और 6 अज्ञात लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है।
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ये है विवाद का कारण
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2012 में सराफा कारोबारी विजय सराफ ने इस मकान का एक हिस्सा खरीदा था। इसमें एक दुकान भी शामिल है। उन्होंने इसे किराए पर दे दिया था। तीन साल पहले महिला लीला शर्मा और उनके परिजन ने दुकानदार से विवाद किया था। जिसके बाद दुकान खाली हो गई। उसके बाद विवाद बढ़ा तो महिलाओं ने पत्थरबाजी की थी। उस समय पुलिसकर्मी और एसआई सुमन पलिया को चोटें आई थी। लीला और उनके परिवार पर केस दर्ज किया गया था। तब से मामला कोर्ट में चल रहा है।
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