पीपलीनाका से भैरवगढ़ जेल चौराहा तक बनेगा पहला सिक्स लेन, 175 मकान-दुकान प्रभावित
ढाई किमी लंबे इस रूट का विस्तार होगा, सरकार ने 87.90 करोड़ की लागत के प्रस्ताव को दी मंजूरी

उज्जैन: मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में यातायात प्रबंधन और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वाकांक्षी परियोजना की शुरूआत होने जा रही है। शहर के पीपलीनाका से भैरवगढ़ जेल चौराहा तक 2.5 किलोमीटर लंबे मार्ग को सिक्स लेन में बदला जाएगा। इस परियोजना को मध्य प्रदेश शासन ने हाल ही में मास्टर प्लान के तहत स्वीकृति दी है, जिसकी अनुमानित लागत 87.90 करोड़ रुपये है। इस मार्ग के चौड़ीकरण से क्षेत्र में यातायात सुगम होगा, साथ ही सिंहस्थ 2028 के दौरान वैष्णव अखाड़ों की पेशवाई और भीड़ प्रबंधन में सहायता मिलेगी। हालांकि, इस परियोजना से लगभग 175 मकान, दुकानें, और अन्य संरचनाएं प्रभावित होंगी, जिसके कारण स्थानीय निवासियों में हड़कंप मच गया है।
यह भी पढ़े- मॉनसून: कई राज्यों में बारिश का अलर्ट, मध्य प्रदेश में रेड अलर्ट
परियोजना का उद्देश्य और महत्व
पीपलीनाका से भैरवगढ़ जेल चौराहा सिक्स लेन परियोजना का मुख्य उद्देश्य उज्जैन में यातायात प्रबंधन को और अधिक प्रभावी बनाना है। यह मार्ग काल भैरव मंदिर, क्षिप्रा नदी, और उन्हेल रोड को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। सिंहस्थ 2028 को ध्यान में रखते हुए, प्रशासन का लक्ष्य इस मार्ग को 45 मीटर चौड़ा करके वैष्णव अखाड़ों की पेशवाई के दौरान भीड़ को नियंत्रित करना और तीर्थयात्रियों के लिए सुगम आवागमन सुनिश्चित करना है। यह परियोजना उज्जैन स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत भी एक महत्वपूर्ण कदम है, जो शहर के बुनियादी ढांचे को आधुनिक बनाने की दिशा में कार्य कर रही है।
यह भी पढ़े- अपने समग्र आईडी को आधार से लिंक करवाएं, जानिये पूरी प्रक्रिया
परियोजना की नोडल एजेंसी उज्जैन विकास प्राधिकरण (यूडीए) है, जो इस प्रोजेक्ट के कार्यान्वयन के लिए जिम्मेदार है। शासन की पर्यवेक्षण समिति की बैठक में प्रमुख सचिव की अध्यक्षता में इस प्रस्ताव को हरी झंडी मिल चुकी है। कलेक्टर रोशन कुमार सिंह ने बताया कि शासन के आदेशों का पालन करते हुए इस परियोजना को जल्द से जल्द शुरू करने की तैयारी की जा रही है। प्रारंभिक और अंतिम सर्वे बारिश के मौसम में पूरा होने की उम्मीद है और अक्टूबर 2025 तक निर्माण कार्य शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है।
यह भी पढ़े- महिला और दो बच्चों का हथियारों के बल पर अपहरण
प्रभावित क्षेत्र और संरचनाएं
इस मार्ग के विस्तारीकरण से कई कॉलोनियां और संरचनाएं प्रभावित होंगी। प्रभावित क्षेत्रों में महावीर नगर, जानकी नगर, ज्ञान टेकरी, गायत्री नगर, लक्ष्मी नगर, मोती नगर और वीर सावरकर प्याऊ मार्ग शामिल हैं। इन क्षेत्रों में लगभग 175 मकान और दुकानों के अलावा 4 आश्रम, 3 गोशालाएं, 2 स्कूल, धार्मिक स्थल और कुछ कृषि भूमि भी प्रभावित होगी। इनमें से अधिकांश कॉलोनियां सिंहस्थ क्षेत्र के अंतर्गत आती हैं, जो इस परियोजना को और भी महत्वपूर्ण बनाता है।
यह भी पढ़े- शादी के नाम पर ठगी: दुल्हन और दो महिलाएं हिरासत में
स्थानीय निवासियों में हड़कंप
पीपलीनाका से भैरवगढ़ जेल चौराहा परियोजना की घोषणा के बाद प्रभावित होने वाले रहवासियों और व्यापारियों में बेचैनी का माहौल है। कई निवासियों का तर्क है कि इस मार्ग से वैष्णव अखाड़ों की पेशवाई नहीं निकलती, इसलिए इसे 45 मीटर तक चौड़ा करने की आवश्यकता नहीं है। उनका कहना है कि यदि मार्ग का चौड़ीकरण अनिवार्य है, तो इसे प्रस्तावित चौड़ाई से कम किया जाए। प्रभावित लोग इस मुद्दे पर जिम्मेदार अधिकारियों से चर्चा की मांग कर रहे हैं और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मिलकर अपना पक्ष रखने की तैयारी कर रहे हैं।
यह भी पढ़े- बैठक में कांग्रेस कार्यकतार्ओं के बीच चले लात-घूंसे
स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस परियोजना से उनकी आजीविका और संपत्ति पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा। कई दुकानदारों ने अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी दुकानें और मकान इस मार्ग के चौड़ीकरण में ध्वस्त हो सकते हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति प्रभावित होगी। कुछ निवासियों ने वैकल्पिक मार्गों या कम चौड़ाई के साथ सड़क विस्तार की मांग की है, ताकि कम से कम संपत्तियां प्रभावित हों।
यह भी पढ़े- नगर निगम अधिकारी के ठिकानों पर EOW का छापा
प्रशासन की प्रतिक्रिया और अगले कदम
कलेक्टर रोशन कुमार सिंह ने स्पष्ट किया कि यह परियोजना शासन के मास्टर प्लान का हिस्सा है और इसे लागू करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। यूडीए द्वारा प्रारंभिक सर्वे का कार्य शुरू हो चुका है, और बारिश के मौसम में अंतिम सर्वे पूरा करने की योजना है। इसके बाद, प्रभावित संपत्तियों का अधिग्रहण और मुआवजा प्रक्रिया शुरू होगी। प्रशासन का कहना है कि प्रभावित लोगों के साथ चर्चा और मुआवजा नीति के तहत उचित कदम उठाए जाएंगे।
यह भी पढ़े- WhatsApp पर पोर्न ग्रुप से जुडकर अश्लील विडियो देखने वाला गिरफ्तार
सिंहस्थ 2028 के लिए व्यापक तैयारियां
पीपलीनाका से भैरवगढ़ जेल चौराहा सिक्स लेन परियोजना उज्जैन में सिंहस्थ 2028 की तैयारियों का हिस्सा है। इस महाकुंभ में करीब 14-15 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है, जिसके लिए शहर के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की आवश्यकता है। इसके अलावा अन्य परियोजनाओं जैसे क्षिप्रा नदी के प्रदूषण मुक्त करने, घाट निर्माण और बायपास मार्गों के उन्नयन पर भी काम चल रहा है। हाल ही में मंत्रिमंडल समिति ने सिंहस्थ के लिए 5,882 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दी है, जिसमें यह सिक्स लेन प्रोजेक्ट भी शामिल है।
यह भी पढ़े- उज्जैन में पत्रकारिता की आड़ में ब्लैकमेलिंग
प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती
उज्जैन में पीपलीनाका से भैरवगढ़ जेल चौराहा तक बनने वाला सिक्स लेन मार्ग शहर के यातायात और धार्मिक पर्यटन को नई दिशा देगा। हालांकि इस परियोजना से प्रभावित होने वाले निवासियों की चिंताओं को दूर करना प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती होगी। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि प्रशासन और स्थानीय लोग इस मुद्दे पर कैसे सहमति बनाते हैं, ताकि विकास और सामाजिक समरसता के बीच संतुलन स्थापित हो सके।
यह भी पढ़े- प्रेमिका के घर के सामने प्रेमी ने खुद को लगाई आग
पढ़ते रहिये– DB NEWS 24 और देखें यूट्यूब चैनल you tube जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, सिनेमा, राजनीति और अपने उज्जैन की खबरें, जुडिएं हमारे फेसबुक Facebook पेज, Telegram और WhatsApp से…