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त्रिकोणीय मुकाबला: तो क्या सामान्य वर्ग से बनेंगा नगर निगम अध्यक्ष..?

नगर निगम में आगामी चुनावों को देखते हुए जातिगत आधार पर होगा फैसला

उज्जैन। वैसे तो नगर निगम चुनाव में नवनिर्वाचित पार्षदों और महापौर का शपथ ग्रहण समारोह की तारीख 6 अगस्त तय कर दी गई है, इसी दिन पहला निगम सम्मेलन भी होगा, जिसके पूर्व नगर निगम अध्यक्ष और अपील समिति का चुनाव संपन्न होना है, लेकिन अब संगठनात्मक स्तर पर भाजपा यहां जातिगत आधार पर वोट बैंक को साधने में जुट गई है। अगर ऐसा हुआ तो यह माना जा रहा है कि नगर निगम अध्यक्ष पद पर सामान्य वर्ग से किसी ब्राह्मण को काबिज किया जा सकता है।

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6 अगस्त को निगम का पहला सम्मेलन होगा। इसी दिन नगर निगम अध्यक्ष और अपील समिति का चुनाव भी होगा। नगर निगम में भाजपा का पूर्ण बहुमत है और अध्यक्ष के लिए किसी भी जोड़तोड़ की आवश्यकता नहीं है, लेकिन पार्टी में अध्यक्ष पद के लिए दावेदारों की संख्या अधिक होने के कारण मशक्कत और खींचतान की स्थिति बनी हुई है। शायद यहीं कारण है कि संगठनात्मक स्तर पर भाजपा द्वारा अब नगर निगम अध्यक्ष का फैसला भोपाल से तय किये गये पर्यवेक्षक से पार्षदों की रायशुमारी के बाद ही होगा। हालांकि पार्षदों से पर्यवेक्षक बुधवार को मुलाकात कर चर्चा कर सकते है।

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पर्यवेक्षक तिवारी रिपोर्ट देंगे सीएम और प्रदेश अध्यक्ष को

सूूत्रों की माने तो नगर निगम अध्यक्ष चुनाव को लेकर भाजपा के अंदर खाने में चल रही खींचतान के बाद संगठन द्वारा सतना के वरिष्ठ भाजपा नेता अरविंद तिवारी को पर्यवेक्षक बनाया गया है, ताकि वह यहां पार्षदों से रायशुमारी कर इसकी रिपोर्ट तैयार कर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा को दे सके। यहां से जाने वाली रिपोर्ट के आधार पर तय नामों में से किसी एक नाम पर संगठन और सत्ता के प्रमुखों द्वारा मोहर लगाई जायेंगी। संभवना है कि भाजपा इस बार पंचायत चुनाव की तर्ज पर अंतिम समय में अध्यक्ष के दावेदार का नाम खोलेंगी।

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इसलिए सामान्य वर्ग को मिल सकता है मौका

नवनिर्वाचित महापौर मुकेश टटवाल अजा वर्ग से है, जबकि उज्जैन-सांसद अनिल फिरोजिया आरक्षित वर्ग अजा से आते है, वहीं जिले की बात करते तो यहां अन्य व पिछड़ा वर्ग के विधायक अधिक है। ऐसे में अब पार्टी की समान्य वर्ग से नगर निगम अध्यक्ष चुन सकती है। अगर बात सामान्य की करे तो इसमें भी ठाकुर समाज से जिला पंचायत में नेतृत्व दिया जा चुका है, लेकिन अभी तक ब्राह्मण समाज से किसी को कोई महत्वपूर्ण पद नही मिला है, इसलिए ब्राह्मण समाज के पार्षद शिवेंद्र तिवारी या रामेश्वर दुबे पर पार्टी अपने स्तर पर विचार कर सकती है।

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निगम अध्यक्ष पद पर त्रिकोणीय मुकाबला

अगर बात नगर निगम अध्यक्ष पद की करे तो फिलहाल यहां त्रिकोणी मुकाबला दिखाई दे रहा है, जिसमें प्रमुख रूप से कलावती यादव जो कि लगातार 6 बार की पार्षद होकर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव की बहन भी है। जबकि रामेश्वर दुबे जो कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के करीबी माने जाते है, जिन्हें पार्षद चुनाव में टिकट भी उनकी अनुशंसा पर ही मिलना बताया जाता है। वहीं तीसरे प्रमुख दावेदार शिवेंद्र तिवारी है, जो वरिष्ठ पार्षद होने के साथ-साथ राजनीति में अच्छा अनुभव भी रखते है। इसके अलावा वे मीडिया से भी जुड़े हुए है।

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कलावती यादव को मिल सकता है समर्थन

संगठन स्तर पर अगर पर्यवेक्षक द्वारा पार्षदों से रायशुमारी की गई तो संभावना है कि इसमें वरिष्ठ पार्षद कलावती यादव को समर्थन मिल सकता है, उसके पीछे राजनैतिक सूत्रो का कहना है कि भाजपा के 54 में से 37 पार्षद जीते है, जिनमें सबसे ज्यादा पार्षदों की संख्या उज्जैन दक्षिण से भाजपा की है, जो कि मंत्री डॉ. मोहन यादव का गढ़ है। इसके अलावा उज्जैन उत्तर में भी आधा दर्जन पार्षद ऐसे है तो मंत्री यादव के समर्थक माने जाते है, ऐसे में अगर रायशुमारी हुई तो कलावती यादव का नाम निगम अध्यक्ष पद के लिए पहले पायदान पर आ जायेंगा।

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37 में से 17 पार्षद होंगे उपकृत

भाजपा ने शहर के 54 वार्डों में से 37 वार्डों में जीत दर्ज की है, ऐसे में नगर निगम में लगभग भाजपा के 17 पार्षद ऐसे होंगे जिन्हें संगठन स्तर पर उपकृत किया जायेंगा, जिनमें से 10 पार्षद एमआईसी सदस्य के रूप में तो 5 पार्षद झोन अध्यक्ष, 1 पार्षद नगर निगम अध्यक्ष वहीं 1 पार्षद अपील समिति का प्रमुख बनकर उपकृत होगा। हालांकि एमआईसी में शामिल करने का अधिकार महापौर को होता है, जबकि नगर निगम झोन अध्यक्ष के चुनाव करवाने की जिम्मेदार नगर निगम अध्यक्ष के पास होती है।

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Dharmendra Bhati

मैं धर्मेंद्र भाटी, DB News24 का Author & Founder हूँ तथा पिछले 22 वर्षो से निरंतर सक्रिय पत्रकारिता के माध्यम राजनितिक, प्रशासनिक, सामाजिक और धार्मिक खबरों की रिपोर्टिंग करता हूँ साथ ही Daily जॉब्स, ज्योतिष, धर्म-कर्म, सिनेमा, सरकरी योजनाओ के बारे में आर्टिकल पब्लिश करता हूँ। हमारा संकल्प है कि नई-नई जानकारियाँ आप तक सरल और सहज भाषा में आप तक पंहुचे। जय हिन्द

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