
भोपाल। मध्य प्रदेश के सागर जिले में आयकर विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब 150 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का पदार्फाश किया है। छापेमारी भाजपा के पूर्व विधायक हरवंश सिंह राठौर और बीड़ी-कंस्ट्रक्शन कारोबारी राजेश केशरवानी के ठिकानों पर की गई। यह कार्रवाई तीन दिनों तक चली और इसमें बड़े पैमाने पर नकदी, सोना और बेनामी संपत्तियों का पता चला।
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सूत्रों के अनुसार आयकर विभाग ने बीड़ी और कंस्ट्रक्शन कारोबार से जुड़े राजेश केशरवानी के यहां से 140 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी के दस्तावेज जब्त किए। विभाग ने सात लग्जरी इम्पोर्टेड गाड़ियां जब्त कीं, जो केशरवानी परिवार के नाम पर नहीं थीं। इन कारों का इस्तेमाल उनके परिवार द्वारा किया जा रहा था। वहीं छापेमारी में 4.7 किलो सोना बरामद किया गया। हालांकि, परिवार ने इसका पूरा हिसाब प्रस्तुत किया, इसलिए इसे सीज नहीं किया गया। जप्त दस्तावेजों में कई बेनामी प्रॉपर्टी के प्रमाण मिले हैं। इनकी जांच आयकर विभाग द्वारा की जा रही है।
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पूर्व विधायक के ठिकानों से बड़ी बरामदगी
बंडा के पूर्व विधायक हरवंश सिंह राठौर के ठिकानों से कई करोड़ रुपये नकद और बड़ी मात्रा में सोना बरामद हुआ। उनका मुख्य व्यवसाय बीड़ी उत्पादन है। जांच में कई निवेश और कर चोरी से संबंधित दस्तावेज मिले हैं। छापेमारी में राठौर के साझेदारी वाले व्यवसायों की भी पड़ताल की जा रही है।
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कब हुई आयकर की कार्यवाही
रविवार सुबह 8 बजे भोपाल से आयकर विभाग की 10 गाड़ियों का काफिला सागर पहुंचा। टीमों ने सागर के सदर क्षेत्र में स्थित राठौर बंगले और पर कोटा इलाके में केशरवानी के घर पर छापेमारी की। आयकर विभाग ने कुल तीन प्रमुख ठिकानों पर छापेमारी की। कई निवेश और संपत्तियों के कागजात जब्त किए गए हैं। संबंधित व्यक्तियों को समन जारी कर पूछताछ की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
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भाजपा जिला अध्यक्ष की रेस में हैं राठौर
हरवंश सिंह राठौर जो बंडा से भाजपा के पूर्व विधायक हैं, वर्तमान में भाजपा जिला अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल हैं। उनके पिता हरनाम सिंह राठौर उमा भारती सरकार में मंत्री रह चुके हैं। राठौर के खिलाफ छापेमारी का कारण उनकी एक फर्म में राजेश केशरवानी के साथ साझेदारी है। आयकर विभाग का मानना है कि राठौर की साझेदारी के कारण कर चोरी में उनकी भूमिका भी संदिग्ध है।
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ऐसे हुआ पदार्फाश
सूत्रों के अनुसार आयकर विभाग लंबे समय से इन व्यक्तियों पर नजर रखे हुए था। कई गुप्त सूचनाओं और दस्तावेजी साक्ष्यों के आधार पर यह कार्रवाई की गई। विभाग को बेनामी लेन-देन और कर चोरी की शिकायतें मिल रही थीं। जांच में यह भी पाया गया कि केशरवानी परिवार कई बेनामी गाड़ियों और संपत्तियों का उपयोग कर रहा था।
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आगे की कार्रवाई
आयकर विभाग ने इस छापेमारी में बरामद नकदी, सोना, और दस्तावेजों को कब्जे में लेकर जांच तेज कर दी है। बेनामी संपत्तियों और गाड़ियों के वास्तविक मालिकों का पता लगाया जाएगा। संबंधित व्यक्तियों से बयान दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। विभाग का मानना है कि जांच में कर चोरी का आंकड़ा और बढ़ सकता है।
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राजनीतिक प्रभाव
भाजपा के पूर्व विधायक हरवंश सिंह राठौर का नाम आने से पार्टी की छवि को नुकसान हो सकता है। इस मामले ने आगामी चुनावों के मद्देनजर सियासी हलचल मचा दी है। विपक्ष ने इस कार्रवाई को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है। इस छापेमारी ने सागर जिले में हलचल मचा दी है। कर चोरी के खिलाफ इस सख्त कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि विभाग बेनामी संपत्तियों और टैक्स चोरी पर नजर बनाए हुए है।
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