आबकारी अधिकारी 1.20 लाख की रिश्वत लेते गिरफ्तार
- शराब दुकान का लायसेंस देने के नाम पर मांगी थी रिश्वत
उमरिया। शराब की दुकान का लायसेंस देने के एवज में 30 हजार रूपये महिने की मांग करने वाली आबकारी अधिकारी (excise officer) रिनी गुप्ता को लोकायुक्त पुलिस ने ठेकेदार से चार महिने का कमिशन 1.20 लाख रूपये लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। ठेकेदार चार महिने का पैसा एक साथ लेकर पहुंचा था। आबकारी अधिकारी का कहना था कि पैसा ऊपर तक बांटना पड़ता है।
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उमरिया जिले के मानपुर के शराब ठेकेदार ऋषि सिंह के कर्मचारी नीपेंद्रसिंह ने रीवा लोकायुक्त में शिकायत की थी कि आबकारी अधिकारी रिनी गुप्ता शराब दुकान का लायसेंस देने के बदले में हर महिने 30 हजार रूपये रिश्वत की डिमांड कर रही है। शिकायत की जांच के बाद लोकायुक्त अधिकारी प्रवीण सिंह के नेतृत्व में टीम ने टैप की योजना बनाई। आबकारी अधिकारी रिनी गुप्ता के द्वारा बताये गये स्थान पर मंगलवार को शराब ठेकेदार ऋषि सिंह अप्रैल से अगस्त यानि 4 महिने की राशि 1.20 लाख रूपये लेकर पहुंचे और जैसे ही आबकारी अधिकारी ने रिश्वत की रकम ली, लोकायुक्त की टीम ने उन्हें रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।
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ऊपर से नीचे तक देना पड़ते है पैसे
शिकायतकर्ता नीपेंद्रसिंह ने लोकायुक्त पुलिस को यह भी बताया था कि अगस्त में हमारी शराब दुकान से ड्यूटी पेड के नाम पर 14 पेटी माल जप्त किया गया था। उक्त शराब को अवैध बताकर केस बनाने की धमकी भी आबकारी अधिकारी रिनी गुप्ता द्वारा दी जा रही थी। पिछले 4 महिनों से आबकारी अधिकारी उन पर वीआईपी ड्यूटी के नाम से पैसे मांग कर दबाव बना रही थी। आबकारी अधिकारी का यह भी कहना था कि रिश्वत का पैसा ऊपर तक बांटना पड़ता है, वहीं राजनैतिक कामों में भी पैसा देना पड़ता है।
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