करोड़ों रूपए कीमत की जमीन से हटाया अतिक्रमण
निगम, पुलिस और प्रशासन की टीम रही मौजूद
उज्जैन। हरिफाटक ब्रिज के समीप करोड़ों रूपए कीमत की सरकारी जमीन पर वर्षों से अतिक्रमणकर्ताओं ने कब्जा जमा रखा था, जिसे प्रशासन ने नगर निगम और पुलिस बल के सहयोग से हटा दिया। उक्त जमीन को अब प्रशासन स्मार्ट सिटी को सौंपेंगा।
हरिफाटक ब्रिज के समीप करोड़ों रूपए कीमत की सरकारी जमीन पर वर्षों से कुछ लोगों ने कब्जा कर रखा था। जिसे कलेक्टर के निर्देश पर एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी ने नगर निगम गैंग और पुलिस बल की मदद से अतिक्रमण मुक्त करवाया। एडीएम सूर्यवंशी ने बताया कि यहां पर वर्षो से कब्जा था। कब्जाधारियों ने दुकाने, गैरेज सहित छोटे-मोटे कारखाने भी खोल लिये थे। न्यायालय के आदेश पर हुई कार्यवाही में कोई खलल ना पहुंचे, इसलिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। वहीं निगम की जेसीबी और अतिक्रमण गैंग ने अतिक्रमण को हटाया।
नोटिस के बाद भी नही हटाया सामान
नोटिस मिलने के बाद अतिक्रणकर्ता न्यायालय में चले गये थे, जहां हाईकोर्ट ने 30 जून को अतिक्रमण हटाने के निर्देश जारी किये थे। लेकिन अतिक्रमकर्ताओं ने प्रशासन से अपना सामान हटाने के लिए 45 दिन की मोहलत मांगी थी, जिसे देने के बाद भी लगभग 150 लोगो ने अपना अतिक्रमण यहां से नही हटाया, तो फिर निगम ने सात दिन का समय देते हुए फिर से नोटिस जारी किये। जिसकी समय सीमा समाप्त होने के बाद प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही को अंजाम दिया।
स्मार्ट सिटी करेंगी विकास
नगर निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल ने बताया कि लगभग पौने दो हेक्टर सरकारी जमीन पर अतिक्रमण किया गया था, जिसे हटा दिया गया है। अब यह जमीन स्मार्ट सिटी को सौंपी जायेंगी। जहां स्मार्ट सिटी के अंतर्गत नदी किनारे घाट, अर्बन फारेस्ट की तरह गार्डन, वॉकिंग झोन व पार्किंग बनाई जायेंगी। इस दौरान एडीएम और निगमायुक्त सहित एएसपी अमरेंद्र सिंह, सीएसपी पल्ल्वी शुक्ला सहित 5 थानें का बल और एसएएफ के जवान मौजूद थे।
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