फ्रीगंज क्षेत्र में सफाई के साथ सौंदर्यीकरण किए जाएं- आयुक्त

नगर निगम आयुक्त रौशनसिंह ने किया वार्ड 44 का निरीक्षण
उज्जैन। नगर पालिक निगम आयुक्त रौशन कुमार सिंह द्वारा गुरूवार को वार्ड क्रमांक 44 का निरीक्षण करते हुए निर्देशित किया कि फ्रीगंज व्यवसायिक क्षेत्रों में सफाई के साथ-साथ सौंदर्यीकरण किए जाए जिससे क्षेत्र में सुन्दरता के साथ व्यापार, व्यवसाय में वृद्धि होगी।
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नगर पालिक निगम आयुक्त रौशनसिंह सिंह ने गुरुवार को वार्ड क्रमांक 44 का भ्रमण किया गया एवं सफाई व्यवस्था देखी। निरीक्षण के दौरान आयुक्त ने नालियों की सफाई करवाई जाने, निमार्णाधीन भवन स्वामियों द्वारा सी. एण्ड डी. मटेरियल सडक तक रखने पर भवन मालिकों को नोटिस दिए जाने एवं भवन विध्वंसक सामग्री हटाए जाने के साथ ही ग्रीन नेट लगाकर भवन निर्माण कार्य करवाए जाने के निर्देश दिए। वार्ड अंतर्गत रहवासी भवनों को व्यावसायिक रूप में उपयोग किया जा रहा है आयुक्त ने संपत्तिकर अधिकारी को निर्देशित किया कि ऐसे लोगों के संपत्ति कर की जांच करते हुए उनके द्वारा किस प्रकार का टैक्स भरा जा रहा है इसकी जांच करें यदि कमर्शियल का उपयोग किया जा रहा है तो बकाया संपत्ति कर वसूल किया जाए।
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शहीद पार्क फ्रीगंज व्यवसायिक क्षेत्र होने के कारण यहां सफाई व्यवस्था का विशेष ध्यान रखें साथ ही चौराहों का सौंदर्यीकरण विकास किया जाकर अतिक्रमण मुक्त बनाएं जिससे व्यापार व्यवसाय और रोजगार में भी वृद्धि होगी साथ ही राहगीरों को भी आवागमन में आसानी मिल सकेगी। निरीक्षण के दौरान उपायुक्त संजेश गुप्ता, सहायक आयुक्त नीता जैन, अधीक्षण यंत्री जी.के. कठील, झोनल अधिकारी मनोज राजवानी, उपयंत्री मुकुल मेश्राम उपस्थित थे।
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न्यायालयीन प्रकरणों में लापरवाही, कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी- महापौर
उज्जैन। न्यायालयीन प्रकरणों में लापरवाही, कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी संबंधित केस के लिए आयुक्त को भी विषय से अवगत करवाया जाएं। यह बात महापौर मुकेश टटवाल ने विधि विभाग के कार्यो की समीक्षा करते हुई कही। महापौर श्री टटवाल ने गुरूवार को विधि विभाग के कार्यो की समीक्षा करते हुए लंबित न्यायालयीन प्रकरणों की जानकारी प्राप्त की।
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समीक्षा बैठक में नगर पालिक निगम महापौर द्वारा निर्देशित किया गया कि विधि विभाग द्वारा न्यायालयीन प्रकरणों के लिए वकीलों का कब से नियुक्त किया गया एवं कितने प्रकरणों का फैसला नगर निगम के पक्ष में हुआ है इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करें। निगम के केस किस स्थिति में है नियुक्त वकीलों के साथ प्रत्येक केस की समीक्षा की जाए। बैठक में एमआईसी सदस्य शिवेंद्र तिवारी, सहायक आयुक्त नीता जैन, पूजा गोयल, अभिलाषा चौरसिया, संतोष शर्मा उपस्थित थे।
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