
भोपाल। विधानसभा चुनाव 2023 (assembly elections 2023) को लेकर कांग्रेस द्वारा 144 प्रत्याशियों की जंबो लिस्ट जारी कर दी गई है, इससे पहले भाजपा चार बार मेंं अपने 136 प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। लेकिन 230 विधानसभा वाले मध्ययप्रदेश में अभी भी कांग्रेस की और से 86 और भाजपा की और से 94 सीटों पर अपने प्रत्याशी अभी तक घोषित नही किये है। ऐसे में सूत्रों का कहना है कि भाजपा और कांग्रेस की और से अंतिम सूची एक-दो दिन में जारी कर दी जायेंगी।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति का मंथन जारी है। सूत्रों के अनुसार 86 विधानसभा प्रत्याशियों के शेष नामों पर चर्चा की जा रही है। जबकि भाजपा द्वारा भी दिल्ली और भोपाल में बैठे वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन में उन 94 विधानसभाओं के प्रत्याशियों के नामों पर अंतिम मंथन लगभग पूरा कर लिया गया है, जो शेष रह गये है। सूत्रों की माने तो कांग्रेस और भाजपा भी आगामी एक-दो दिन में अंतिम सूची जारी की प्रत्याशियों की घोषणा कर चुनावी जंग का ऐलान पूरी ताकत से करने वाली है।
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86 और 94 का फेर… दे रहा चुनौती
भाजपा और कांग्रेस से जुड़े सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर कांग्रेस के लिए अभी भी 86 सीटे चुनौती बनी हुई है, क्योंकि यहां पर ऐसे चेहरों को मैदान में उतारना है जो शत-प्रतिशत जीत का लक्ष्य हासिल कर सके, इनमें से अधिकांश सीटों पर गुटीय राजनीति और एक से अधिक दावेदार कांग्रेस के लिए चुनौती बने हुए है। इसी प्रकार भाजपा के प्रदेश नेतृत्व से लेकर केंद्रीय नेतृत्व भी शेष 94 सीटों पर अपना फैसला लेने में संकोच कर रहा है। भाजपा में भी 94 सीटे ऐसी है जहां संगठन, कार्यकर्ताओं और सर्वे के आधार पर किसे टिकट दिया जाये इसका निर्णय नही कर पा रही है।
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उज्जैन में किसका खुलेंगा भाग्य
अगर बात उज्जैन जिले की करे तो यहां भाजपा और कांग्रेस दोनों ही संकोच में है, क्योंकि उज्जैन जिले में जहां भाजपा ने तीन विधानसभा सीटों उज्जैन उत्तर, बड़नगर और महिदपुर को लेकर अभी तक अपने पत्ते नही खोले है, जबकि कांग्रेस में भी यहीं स्थिति है। उज्जैन दक्षिण, बड़नगर सीटों पर निर्णय नही ले पा रही है। भाजपा के लिए उज्जैन उत्तर से लगातार चुनाव जीतते आ रहे पारस जैन चुनौती बने हुए है, क्योंकि पार्टी यहां पर चेहरा बदलते हुए सोनू गेहलोत पर दाव लगाना चाहती है, वहीं बड़नगर में ब्राह्मण समाज से किसी को टिकट दिया जाना है। जबकि कांग्रेस उज्जैन दक्षिण से ठाकुर या पिछड़ा वर्ग को अवसर देना चाहती है। लेकिन यहां पर भी तीन नामों के कारण कांग्रेस उलझन में है, क्योंकि यहां तीन दावेदार प्रमुख है, जिनमें चेतन यादव, अजीतसिंह ठाकुर और राजेंद्र वशिष्ठ।
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